प्रशासनिक भवन
विद्यालय का प्रशासनिक भवन मुख्य विद्यालय भवन से पृथक है जिसमें कार्यालय, प्रधानाचार्य कक्ष तथा अध्यापक कक्ष हैं।
विद्यालय में प्रतिदिन सर्वप्रथम विभिन्न वाद्य यंत्रों के साथ प्रार्थना सभा आयोजित होती है जिसमें विद्यालय के समस्त विद्यार्थी समवेत स्वर में ईश्वर वंदना करते हैं। इसके पश्चात देशप्रेम, राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत गीतों से छात्र छात्राओं में राष्ट्रभक्ति का भाव उद्बुद्ध किया जाता है। तद्पश्चात नियमित रूप से नैतिक शिक्षा द्वारा छात्र छात्राओं मंे मानवीय मूल्यों के प्रति गहरी चेतना का आर्भिभाव तथा इन्हें आत्मसात कराया जाता है। महापुरूषों के प्रेरक विचार भी छात्रों को उद्घोषित किये जाते हैं। सामूहिक व्यायाम प्रार्थना सभा का अभिन्न अंग है। इसके अतिरिक्त समय समय पर शिक्षाविद् एवं समाज सुधारक महापुरूषों एवं विद्वान को छात्रों के बीच आमंत्रित किया जाता है जो कि छात्रों के लिए प्रेरणा स्वरूप होते हैं। प्रार्थना सभा के पश्चात छात्र छात्राएं अपनी अपनी कक्षाओं में पंक्तिबद्ध अग्रसर होते हैं।
विद्यालय का एक पृथक पंचांग होता है, जो कि शासन के पंचांग से मिलान कर बनाया जाता है। विद्यालय पंचांग के अंतर्गत वार्षिक खेल प्रतियोगिताएं, वार्षिक उत्सव, विद्यालय में स्थापित छात्रवृत्ति वितरण, निर्धन छात्र छात्राओं को विद्यालय द्वारा गणवेश वितरित करना, शरद ऋतु में स्वेटर वितरण साथ ही शैक्षिक स्तर पर कमजोर छा़त्र छात्राओं हेतु अध्यापन की व्यवस्था आदि कार्यों का समावेश होता है।
विद्यालय प्रबंध समिति द्वारा सांस्कृतिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजन हेतु विद्यालय के केन्द्र में एक वृहद सभागार का निर्माण किया गया है, जिसका नाम इस शिक्षा संस्था के आद्य संस्थापक महंत स्व0 परशुराम जी महाराज के स्मारक के रूप में रखा गया है। वर्तमान में यह स्मारक महंत परशुराम सभागार के नाम से शहर में सुविख्यात है। प्रदेश में ऐसा साधन सम्पन्न विशाल सभागार अन्यत्र कहीं निर्मित प्रतीत नहीं होता है। लगभग 1500 की क्षमता वाला यह सभागार आधूनिक दृश्य श्रव्य उपकरणों, प्रकाश व्यवस्था तथा रंगमंच विधान से पूर्णतया सुसज्जित है। स्थानीय समाज एवं शिक्षण संस्थाओं के सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए भी यह उपयोगी सिद्ध हुआ है। विभिन्न राज्य स्तरीय विज्ञान महोत्सव/प्रदर्शनियांे का सफल आयोजन यहां किया जाता रहा है।
विद्यालय में विभिन्न समितियां बनायी गई हैं। प्रत्येक शिक्षा सत्र में विभिन्न विद्यालयी क्रियाकलापो एवं गतिविधियों को सम्पादित करने के लिए समितियों का गठन किया जाता है, जिसके अंतर्गत विद्यालय के वरिष्ठ एवं अर्ह योग्य अध्यापकों का चयन किया जाता है।
विद्यालय में गठित विभिन्न समितियों का विवरण निम्न है - | ||
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अनुशासन समित | विद्यालय में अनुशासन व्यवस्था बनाये रखना आदि। | |
परीक्षा समिति | विभिन्न परीक्षाओं का संचालन, व्यवस्था,परीक्षा परिणाम आदि का सम्पादन। | |
क्रीड़ा समिति | विद्यालय में विभिन्न खेल कूद प्रतियोगिओं का संचालन सम्बन्धी कार्य। | |
रेडक्रास समिति | रेडक्रॉस समिति के अंतर्गत विभिन्न क्रियाकलापों का सम्पादन। | |
स्काउट एवं गाइड समिति | विभिन्न सामाजिक कार्य,आपदा प्रबंधन क्रिया कलाप सम्बन्धी कार्य। | |
सांस्कृतिक समिति | विद्यालय में आयोजित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का संचालन। | |
विज्ञान समिति | विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों विज्ञान प्रदर्शनी सम्बन्धी कार्य। | |
निर्धन निधि समिति | गरीब मेधावी छात्र छात्राओं के हितार्थ कार्यरत। | |
पुस्तकालय/वाचनालय | विद्यार्थियों की रूचि के अंतर्गत विभिन्न अध्ययन हेतु। | |
संचायिका समिति | संचायिका सम्बन्धी कार्यों के सम्पादन हेतु। | |
छात्र कल्याण समिति(छात्रवृति) | विद्यालय में वितरित विभिन्न छात्रवृत्तियों का संचालन। | |
कम्प्यूटर विज्ञान समिति | सूचना प्रौद्योगिकी सम्बन्धी पाठ्यक्रम । | |
भवन निर्माण समिति | विद्यालयी भवन की देखरेख सम्बन्धी। | |
एन0एस0एस0 समिति | राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत संचालित विभिन्न गतिविधियों सम्बन्धी। | |
जलपान समिति | विभिन्न आयोजनों के अंतर्गत जलपान व्यवस्था सम्बन्धी। | |
क्रय समिति | विद्यालय हेतु आवश्यक सामग्री के क्रय सम्बन्धी। | |
मध्यान्ह भोजन समिति | मध्यान्ह भोजन योजना व्यवस्था। | |
इको क्लब | पर्यावरणीय संरक्षण, संवर्धन सम्बन्धी क्रियाकलाप। | |
सदन व्यवस्था | सदन व्यवस्था के अंतर्गत गतिविधियों का संचालन। | |
एन0सी0सी0 समिति | राष्ट्रीय केडेट कोर की विभिन्न गतिविधियों सम्बन्धी। |